THE DIARY GAME SEASON-2 A GOOD DAY 2/08|2020

in #thediarygame4 years ago (edited)

हैलो दोस्तों...!! नमस्ते 🙏🙏

कैसे हो आप लोग बहुत अच्छा लगा आप सभी भाईयों से मिलकर...!! आशा करता हु कि आप सभी को खुशी हुई होगी मुझसे मिलकर जैसे कि मुझे हुई..!!

आप सभी से काफी समय बाद मिलकर अच्छा लगा।
आशा करता हु की आप सभी का दिन शुभ हो।

आज मै काफी उत्साहित हूं क्योंकि आज ' द डायरी गेम ' का
' सीजन 2 ' का आरंभ हो गया जो की काफी नए दोस्तों से मिलना होगा और नए नए चीज़े सीखने को मिलेंगी जिसमें मुझे काफी रुचि है।

आज भी मै हर दिन की तरह सुबह 6:00 पर उठा और फ्रेश होकर नीचे आया मेरा और मेरे भाई का बेडरूम ऊपर है
नीचे आकर मैने मां और पापा के चरणस्पर्श किए उसके बाद तोड़ा टहलने के लिए बाहर निकल आया उसके बाद दोस्तों से मिलना हुआ सारे दोस्त लोकडाउन में घर पर ही है और जो बाहर थे वह भी आगाए क्योंकि एक दिन बाद राखी का त्यौहार ' रक्षाबंधन ' है।
इस दिन बहने अपने भाई की कलाई पर धागा बांध कर मानती है उसे राखी कहते है इस त्यौहार की बजह से मेरा सभी दोस्तों से मिलना हुआ 8 बजे घर आया दुकान नही खुलेगी क्योंकि हमारे स्टेट ' उत्तर प्रदेश ' के माननीय मुख्मंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा शनिवार और रविवार के दिन पूरे उत्तर प्रदेश में लाकडाउन रहता हैं। तो मेरे दो दिन बहुत बुरे निकलते हैं।
आज मेने नहाने के बाद थोड़ी देर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहा था तो मुझे काफी अच्छी खबर सुनने को मिली जो की ' श्री राम मन्दिर ' के बारे में थीं कि राम मन्दिर का भूमिपूजन हैं।
जो की 5 अगस्त को होना निश्चय हुआ है जो कि बहुत ही हर्ष और उल्लास की बात है । काफ़ी समय से यह फैसला रुका हुआ था जिसका पूर्ण समाधान हो गया ।

उसके बाद नाश्ता आया नाश्ते में आज मैने ' Mix vegetables paneer ' जो की स्वास्थ के लिए अच्छी हैं

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जो की हर दिन की तरह स्वादिष्ट और मज़ेदार होता है।।
क्योंकि इसमें पनीर के साथ आपकी सभी हरी सब्जियों को डाला जाता है।

उसके बाद मैने अपने कुछ घर के काम खतम किए जो की काफी दिनों से नहीं हो पाए थे। फिर 12:30 पर मै सारे काम करके आराम करने के लिए लेट गया पता ही नही चला कब नींद आ गईं। 5 बजे उठकर में अपने घर की छत पर गया जो कि नज़ारा देख कर दिल खुश हो गया

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6:30 पर मै नीचे आया और मैने ' मैगी नूडलस ' खाए जो की काफी स्वादिष्ठ बने थे मुझे काफी पसंद h ' मैगी नूडल्स '

' मैगी नूडल्स '
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उसके बाद में घर से बहार थोड़ी देर टहलने के लिए निकल आया मेरे घर से थोड़ी दूर मेरे एक मित्र की कन्फैक्शनरी की दुकान हैं जो की लॉकडाउन के चलते शाम कों खोलता थां
जहा पर हम सभी दोस्त मिलते थे

कुछ पल दोस्तों के साथ -
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तो मै वहा पर गया जो कि कुछ दोस्तों से मिलना हुआ । मैने अपने सारे दोस्तों को ' स्टीम ' प्लेटफॉर्म के बारे में बताया है वह काफी कुछ समझे और मै मीटअप के लिए अपने खास दोस्त @rishabh99946 से बात भी कर चुका हूं बस सही समय का इंतजार हैं ताकि हम ज्यादा से ज्यादा लोगो को इस प्लेटफॉर्म के बारे में बता सके । काफी समय बात चीत होने के बाद मै 8:46 पर घर पहुंचा और फ्रेश होकर मैने रात के खाने में आज ' वेज बिरयानी ' खाई जो की अब क्या ही बताऊं जो की बहुत स्वादिष्ट थी

' वेज बिरयानी '
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मै कभी भी किसी के खाने कि बुराई नहीं करता क्योंकि मुझे खाने में सब कुछ पसंद हैं
मेरे मां पापा का कहना है खाने की कभी बुराई नहीं करनी चाहिए क्योंकि खाना ही इंसान के लिए भगवान का रूप है।

और फिर हर रोज़ की तरह मां पापा के साथ थोड़ी देर बात चीत के बाद मै सोने के लिए अपने बेडरूम में आ गया और थोड़ी देर गाने सुने और फिर सो गया।।

मुझे इस प्लेटफॉर्म पर आकर काफी अच्छा लगता है । आशा करता हूं आप सभी से ऐसे ही मुलाकात होती रहेगी
थैंक्स- @rishabh99946

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नीचे आकर मैने मां और पापा के चरणस्पर्श

आपकी परवरिश बिलकुल भारतीय दर्शन की गौरवशाली दिन की याद दिला रहे है, वैसे आज कल माता पिता का पैर चुना, आशीर्वाद लेना ग भूल गए है। आप पर हमे गर्व है मेरे भाई। ईशर आपको सदा खुश रखे।

प्रातकाल उठि कै रघुनाथा। मातु पिता गुरु नावहिं माथा॥
आयसु मागि करहिं पुर काजा। देखि चरित हरषइ मन राजा॥

भावार्थ-
रघुनाथ प्रातःकाल उठकर माता-पिता और गुरु को मस्तक नवाते हैं और आज्ञा लेकर नगर का काम करते हैं। उनके चरित्र देख-देखकर राजा मन में बड़े हर्षित होते हैं।

श्री राम मंदिर की शिलान्यास कल होने जा रही है , इससे बड़ा हर्ष की विषय और क्या हो सकती है, हम तो इस दिन के लिए तरस गए थे।

5 बजे उठकर में अपने घर की छत पर गया जो कि नज़ारा देख कर दिल खुश हो गया

जो लोग सुबह सूर्योदय से पहले उठते हे वो सत्य युग की अनुभूति करते है, फिर जैसे जैसे दिन ढलती है त्रेतायां, द्वापर, फिर काली, इसीलिए रात को जल्दी शोना और सुबह जल्दी उठना है।

मै कभी भी किसी के खाने कि बुराई नहीं करता क्योंकि मुझे खाने में सब कुछ पसंद हैं
मेरे मां पापा का कहना है खाने की कभी बुराई नहीं करनी चाहिए क्योंकि खाना ही इंसान के लिए भगवान का रूप है।

इसीलिए तो हमारे परंपरा मैं अन्न को साख्यात लक्ष्मी कहा गया है।

धन्यबाद

धन्यवाद ।। आपसे मिलकर आचा लगा ।

Bahut acha laga aapka post padh ke.

धन्यवाद भाई ।।

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धन्यवाद।। आगे से नियमों का ध्यान रखूंगा 🙏🙏

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