You are viewing a single comment's thread from:

RE: सुख : स्वरूप और चिन्तन (भाग # १) | Happiness : Nature and Thought (Part # 1)

in #life6 years ago

हालात के मारे लोगों की सेवा करके जो सुख मिलता है। उसका दुजा कोई सुख मुकाबला नहीं कर सकता।

Coin Marketplace

STEEM 0.25
TRX 0.25
JST 0.040
BTC 93708.85
ETH 3368.00
USDT 1.00
SBD 3.50