Belief of religion
इतिहास में जितने भी महापुरुष या पैगम्बर हुए हैं, किसी ने
अपनी शिक्षाओं की किताब में मनुष्य कल्याण आंख
के को से
ओझल नहीं होने दिया। आज धर्म के नाम पर जो दुकानें चल रही
, वे वास्तविक धर्म को कलंकित करने वाली मीटशाप' या
की दुकानों में बदल गयी हैं। दिलचस्प बात यह है कि हम जितना
इन प्रवृत्तियों के खिलाफ तम्बू गाड़ रहे हैं, धर्म’ के नाम पर जाने
वाली ज्यादतियाँ उतनी ही वृंखार और अश्लील होती जा रही है।
सच्चाई तो यह है कि धर्म के पाखण्ड और निहित स्वार्थों के
बीच एक अभिन्न समझोता है, जिसके तहत ‘धर्मको मानव प्रेम
से वंचित कर इसे निहित स्वार्थों के हथकंडों में बदल दिया गया
है और बहुसंख्यक मनुष्यों को अपने स्वार्थों की पशु-बलि बना दिया
गया है। इसके लिए उन्होंने अवतारवाद का सहारा लेकर ईश्वर को
अपने हितों का बंधक बनाया है। जहाँ देखा पुरुष ईश्वर से काम
चल रहा , वहां उसे पुरुष वेश प्रदान किया है, जहाँ देखा कि
ईश्वर का स्त्री रूप उनके स्वार्थों की रक्षा कर सकता , वहाँ देवियों
की रचना की है। 'मोक्ष और मुक्ति के तारतरीकों को ऐसा अगवा
किया है कि वह मनुष्यों के लिए जन्म-जन्मान्तर की कैद और
उत्पीड़न की एक जेल बन गयी है। धर्म जैसी सक्रिय मानवीय
चेतना की एक अचेत और निष्क्रिय पलायनवाद में बदल दिया है,
जिसमें बाकी सब कुछ है, लेकिन मोक्ष और जीवन से विरक्ति है।
आम जनता में ऐसेऐसे अन्धविश्वास फैलाये गये हैं कि वे शोषण
और तकलीफ को अपना भाग्य मान लें और अगले जन्म में मुक्ति
के भरोसे बैठे रहें। धार्मिक पंडे और महन्तों से अगर आम आदमी
अपनी दुर्दशा का कारण पूछता है तो वे कहते हैं कि यह इस जन्म
के कारण नही है, बल्कि पिछले जन्म के पापों का फल है, इसलिए
पंडोंमहंतोंमुल्लाओंपादरियों द्वारा निर्धारित मार्ग पर चलोगे
(वास्तव में जो रास्ते धम के ठेकेदारों और समाज के सबल वर्ग
निहित स्वाथा ने मिलजुल कर बनाये हैं तो अगले जन्म में
या मौत के बाद मिलने वाले स्वर्ग में आनन्द ही आनन्द रहेगा। एक
' डरे हए और शोषण से त्रस्त गरीब के लिए यह इसी जीवन में
| मुक्ति के रास्ते से विमुख होने का एक ऐसा नुस्खा है, जो
तथाकथित धर्माचार्यों और निहित स्वार्थों के शोषण चक्र को
बेरोकटोक चलने दे और शोषित को पीढ़ी-दर-पीढ़ी, इस जन्म में,
उस जन्म में, इस दुनिया में उस दुनिया में शोषण में मरने
ही जीने
के क्रम को चलाता रहे।
You got a 6.19% upvote from @booster courtesy of @fularam4u!
NEW FEATURE:
You can earn a passive income from our service by delegating your stake in SteemPower to @booster. We'll be sharing 100% Liquid tokens automatically between all our delegators every time a wallet has accumulated 1K STEEM or SBD.
Quick Delegation: 1000| 2500 | 5000 | 10000 | 20000 | 50000
Dhanywaad
This post has received a 9.73 % upvote from @boomerang.
Defended (16.57%)
Summoned by @fularam4u
Sneaky Ninja supports @youarehope and @tarc with a percentage of all bids.
Everything You Need To Know About Sneaky Ninja
woosh