आज का शे'रrakeshnaadaan (46)in #prameshtyagi • 7 years ago **एक शे'र** कुछ भी सोचा नहीं कुछ भी समझा नहीं , यूँ ही महफ़िल में वो बेनक़ाब आ गया । देखते ही उसे शोर बरपा हुआ , और महफ़िल में इक इंकलाब आ गया । राकेश 'नादान' #poetry #shayari #inqualab
Nice post. I’m grateful for having you as a friend @rakeshnaadaan <3
Waah waah babut khoob