आज की मेरी सबसे अच्छी कविता
आपसे मिलने की बहुत इच्छा थी,
आपकी बातों में खो जाने की ख्वाहिश थी।
आपकी मुस्कान से रंगीं दुनिया,
आपसे मिलने का अब इंतजार था।
आपकी आँखों में चमक थी अनोखी,
आपसे मिलने की आस बढ़ती थी।
हर पल, हर लम्हा बिताया आपकी यादों में,
आपसे मिलने का सपना सच होने की आशा थी।
और जब आखिरी में हुआ आपसे मिलना,
खुशी का जश्न मनाने की ख्वाहिश थी।
आपसे मिलने की बहुत इच्छा थी,
आपसे मिलकर खुद को पाने की ख्वाहिश थी।