हिंदू ....गौरव या अपमान
#हिन्दू--श्रेष्ठ,, धार्मिक, वेदानुयायी,सुन्दर,,
हिनस्ति दुरितानि,,हिनस्ति दुर्गुणान,, हिनस्ति दुष्टानिति वा स हिंदु:,,
जो सामाजिक बुराईयों को दूर करे,, निजी दुर्गुणों को दूर करे,, दुष्टों की दुष्टता दूर करे दण्ड आदि द्वारा वह हिन्दू है,,
वीर #सावरकर ने अपनी पुस्तक #हिंदुत्व के अंदर हिन्दू की परिभाषा इस प्रकार की है,
आसिन्धो:सिंधुपर्यंता यस्य भारतभूमिका,,
पितृभू:पुण्यभूशचैव स वै हिन्दूरिति स्मृतः ll
जो व्यक्ति सिन्धु नदी से लेकर समुद्र तक फैली अपनी भूमि को पितृभूमि और पुण्यभूमि समझता है वह हिन्दू है,,
कुछ #आर्यसमाज से सम्बंधित भाई #अज्ञानतावश हिन्दू शब्द को मुस्लिमों द्वारा हमें दिया गया शब्द मानते हैं,,वे कहते हैं कि अरबी और फ़ारसी भाषा में हिन्दू का अर्थ काला,, काफिर,, चोर,, मूर्तिपूजक है,,
महर्षि #दयानंद ने भी पूना के अपने 10 जुलाई 1875 के चौथे और आठवें प्रवचन में हिन्दू शब्द का खंडन किया और कहा कि यह शब्द मुसलमानों ने हमें दिया है,,
जिसका अर्थ अपमानजनक है,, शायद इसी को सुनकर आर्य बन्धु हिन्दू शब्द का विरोध करते हैं,,
जबकि दो साल बाद यानी 1877 के ऋषि के वार्तालापों और व्याख्यानों को शायद ये बन्धु न पढ़ पाए हो,, जो कल लिखूंगा,,,,
वास्तव में ये व्याख्या यहाँ के मुसलमानों द्वारा जो अरबी फारसी के विद्वान थे #गयासुल्लुगात,, #फिराजुसुल्लुगात आदि कोशों में द्वेष के कारण की गई है,,
अरबी भाषा के परंपरागत कोशों में हिन्दू शब्द गौरवशाली अर्थों में प्रयोग हुआ है,,
फ़ारसी भाषा का जन्मस्थान #ईरान है,,फ़ारसी के कोशों में भी हिन्दू का अर्थ श्रेष्ठ,, आर्य,, पवित्रात्मा,, सुंदर,, वेदनुयायी किया है,,
अरब और फारस में तो अपने खूबसूरत बच्चों के नाम गर्व से हिन्द रखते थे,,
हजरत मुहम्मद की पहली पत्नी #खदीजा को पहले पति से दो बच्चे थे,, जिनमें लड़के का नाम अब्दुल्ला और लड़की का नाम #हिन्द था,,
अबू सूफियाँ जो मुहम्मद का भतीजा था उसकी पत्नी का नाम भी #हिन्द था,, जो पैगम्बर #मुआबिआह की माँ थी,,
जैसे आज से 4 हजार साल पहले तक आर्य शब्द का जो मान था,, वही 3 हजार साल से प्रचलित शब्द हिन्दू का है,,
जबकि 1400 साल पहले तक मुसलमानों का पता भी नहीं था कि कोई ऐसी आसमानी किताब के मानने वाले भी होंगें कभी पृथ्वी पर,,
तो वो कैसे 3 हजार साल पहले हमें हिन्दू शब्द दे सकते हैं,,??
गर्व से कहो हम हिन्दू हैं,,, जय श्री राम
सस्वामी सूर्यदेव ..
शेष कल,,,,,,,,