बेटर लाइफ विथ स्टीमीट 21/12/2021...थे डायरी गेम @शहबाज़55
हेलो स्टीमीणस कैसे हो आपलोग उम्मीद हैके आप सब खैरियत से होंगे
ज़िंदगी तो बेवफ़ा है, एक दिन ठुकराएगी. मौत महबूबा है अपनी, साथ ले के जाएगी'.
आप मुक़द्दर के कितने ही बड़े सिकंदर क्यों न हों, आप और आप के जानने वाले सारे लोगों की एक न एक दिन मौत होगी ही.
कुछ ये हक़ीक़त अक्सर लोगों के ज़हन में कौंधती और परेशान करती रहती है. इस सच्चाई से ही इंसान चलता है. हमारी रोज़मर्रा की बहुत-सी बातें, जैसे पूजा-पाठ करना, सब्ज़ियां और दूसरी सेहतमंद चीज़ें खाना, वर्ज़िश करना, किताबें पढ़ना और लिखना, नई कंपनियां बनाना और परिवार बढ़ाना, इसी हक़ीक़त को झुठलाने की कोशिश होती हैं.
जो लोग सेहतमंद होते हैं, उनके अवचेतन मन में मौत का ख़याल तो रहता है, मगर वो ज़हन से उतरा रहता है.
aap ke kavita bohut acha hai
Thank you