इक लौता साथी....
सुप्रभात मित्रों
सुबह
सभी मित्रो को सुबह की राम राम और आज मेरा मन बहुत ही प्रसन्न है , क्योंकि आज मेरी एक प्यारी सी मित्राणी (दोस्त ) का जन्मदिन है , जिसका जिक्र, मैं पहले भी अपनी डायरी में कर चुकी हूं ,और मैं अपनी प्यारी सी मित्र को जन्मदिन की ढेर सारी बधाई दूंगी और मैने उसके लिए एक छोटी सी कविता भी लिखी है , आप सभी लोग भी उसे जरूर पढ़ियेगा,
स्कूल खत्म हो गया,
बस रह गया इक लौता साथी।
दोस्त सारे छूठ गए ,
बस रह गया इक लौता साथी।
दिल,दिमाग से सब उतर गए,
बस रह गया इक लौता साथी।
मेरी तो मंज़िल बदल गई ,
बस रह गया इक लौता साथी।
पर्याय है जो रात्रि का ,
बस रह गया इक लौता साथी ।
ये कविता उसके लिए है ,
जो है मेरा इक लौता साथी।
दोपहर
मैं आज दोपहर के समय में मम्मी के यहां आ गई थी। और मैं निशा के घर जाना भूल गई ,मैने दिन का आधा समय निकाल दिया था पर फिर भी मैं निशा से नहीं मिली । फिर आया भैया के घर जाने का समय तो मैं मम्मी के यहां से भैया के घर जा रही थी , तो मुझे रास्ते में शिखा मिली ।वो ऐसे ही मुझे मजाक में कहने लगी मुझे चूहिया (निकिता) के घर छोड़ दो , मैनें कहा चलो ! तो कहने लगी ,नहीं !मैं तो मजाक कर रही थी और उसने कहा की तुमने निशा को बधाई दी ? अब में उसे कैसे बता दू मैं तो भूल ही गई थी । तब मेने उससे कह दिया अभी नही मिली में निशा से बाद में मिल लूंगी , तो वो कहने लगी ठीक है । फिर हम दोनो अपने अपने रास्ते चले गए , और में यह भैया के आया आ गई ।
शाम
भैया के घर से आकर ,फिर मैं निशा के घर गई और उसके घर मैने क्या देखा ? मैं अचंभित हूं यहां तो मेरे अलावा भी मेरी सहपाठी ,मेरी और भी मित्राणी है ,मेरा मन अत्यंत प्रसन्न हो गया उन सब को देखकर ,और फिर मैने सबसे पहले निशा को जन्मदिन की बधाई दी और उसके साथ साथ ये कविता भी सुनाई। निशा भी बहुत खुश थी और उसके बाद कुछ देर हम सभी दोस्तो ने बैठ कर बाते की ओर फिर सब अपने अपने घर आ गए ।
रात
आज पापा कुछ ज्यादा चुप चुप से थे पता नही क्यों?पर पता तो करना पड़ेगा ना । बहुत समय तक उनसे पूछा, क्या हुआ पापा? तब वो कुछ न बोले । बाद में जब सबने खाना खा लिया तब बोल रहे है आज मेरी मनपसंद चीज लाकर नही दी।
हमने कहा क्या ? तो फिर कुछ देर के लिए फिर चुप हो गए । बहुत पूछने के बाद आखिर कर उन्होंने बता ही दिया ।
और फिर हम अब आराम कर रहे है , पापा की मनपसंद चीज कल बताएंगे अगली डायरी में। धन्यवाद आप सभी ने मेरी यह डायरी पढ़ी ।शुभरात्रि
जय राम जी की ....
- ये सभी तश्वीरे Mi redmi 7 से @varshav द्वारा ली गई है।
TEAM 4
Congratulations! Your post has been upvoted through steemcurator07. Good post here should be..Thankyou sir
Thankyou sir
Nice diary
Thanks dear🤗🤗
दोस्तों के साथ बातचीत करना बहुत आनंददायक होता है
Ji