एक प्राकृतिक जगह पर आया हु
हर दिन की तरह आज भी में एक प्राकृतिक जगह पर आया हु। क्यों के मुझे प्राकृतिक जगह पर जाना और वहा से कूड़ा साफ करना बोहत ही अच्छा लगता हे। क्यों के मेरा ऐसा मन्ना हे के हमें अपने प्लेनेट को साफ सुतरा रखने के लिये प्राकृतिक जगह से कूड़ा साफ करना होगा। क्यों के सबसे ज्यादा नुकसान प्राकृतिक जगह को होता हे। आज भी हम देख सकते हे ,प्राकृतिक जगह की क्या दशा हुई हे। जैसे के कोई कूड़े दान की जगह हो। इस लिये में सबसे पेहले प्राकृतिक जगह पर ही कूड़ा साफ करने के लिये जाता हु।
आज में जिस जगह पर कूड़ा साफ करने गया हु वहा भी मुझे ऐक बोहत ही महत्त्व वाला पेड़ मिला जिसे मेने आज ही इस जगह पर देखा हे। उस पेड़ का नाम गुंडे का पेड़ हे ,जिसके ऊपर छोटे छोटे गुंदे लगते हे ,जिसका उपयोग खाने में किया जाता हे। और कुछ उपचार में भी किया जाता हे।