आज में बोहत ही हरी भरी और खूबसूरत जगह पर आया हु।
आज में बोहत ही हरी भरी और खूबसूरत जगह पर आया हु। इस जगह के बारे में मुझे अपने दोस्त ने बताया था तब से में यहाँ आता हु ,यह जगह पर आप हर तरफ हरे भरे पेड़ देख सकते हे ,जिसे देख के बोहत ही अच्छा लगता हे। क्यों के कल भी गर्मी ने अपना रिकॉर्ड तोडा हे ,हर तरफ बे जुबा पक्षी और जानवर बोहत ही पानी के लिये तड़प रहे थे। इस लिये मेने अपने घर के और पेड़ पर पानी पिने के लिये ऐक तासा रखा हे ,जिसमे पानी पिने के लिये पक्षी आते हे। क्यों के पक्षी बोल नहीं सकते हे ,लेकिन हमें समज के पानी रखना चाहिये। क्यों के पानी बोहत ही जरुरी हे जीने के लिये ,ऐक बार हमारे गांव में ऐक बोहत ही बड़ा पेड़ था वहा बोहत ही पक्षी रेह्ते थे ऐक दिन इतनी गर्मी पड़ी के बोहत सारे पक्षी की मोत होगी। क्यों के आसपास पानी नहीं था। इसी लिये आज मेने अपने घर के आसपास पानी का इंतेजाम किया हे।
आज की जगह बोहत पेड़ो से भरी हुवी हे आज आप देख सकते हे ऐक पेड़ पर नये पान जो बोहत ही अच्छे दिखाई देते हे। इसी पेड़ के पान जो निचे पड़े हुवे हे। जो बोहत ही अच्छे दिखाई देते हे। हर चीज की ऐक ऋतु होती हे। पहले पान गिर ते हे। उस के बाद नये आते हे। इसी तरह जिंदगी में उतार चढ़ाव आते जाते हे।
आज मेने अपने घर के पास पक्षीयो के लिये पानी का तासा रखा हे