आज में अपने गांव की नदी में आया हु।
हेल्लो दोस्तों आप सब कैसे हो उम्मीद करता हु आप और आपका परिवार अच्छा होगा। क्यों के कैनाल पर से नदी बोहत ही खूबसूरत नजर आती थी। हर तरफ हरी भरी सब्जी को की खेती करि हुवी हे। जो आप देख सकते हे। और कुछ कुछ जगह पर खाली जगह बची हुवी हे। पानी भी अब नहीं रहा नदी में। क्यों के गर्मी के कारन पानी सुख चूका हे। यह बोहत ही खतरानक हे क्यों के इतनी जल्दी पानी नहीं सुखना चाहिये था ,अगर ऐसा ही होता रहा तो हम बोहत ही जल्द पानी के कमी के कारन लड़ाई हो सकती हे। क्यों के हर किसी को पानी की जरूरत पड़ती हे। पानी के बिना हम जिन्दा नहीं रेह सकते हे। आज कल हम देख सकते हे पानी के ऊपर बोहत ही सारि फिल्मे भी बनी हे। जिसमे पानी के लिये इंसान तरस रहे हे। और ऐक दूसरे की जान के दुसमन भी बन गये हे। और मुझे लगता हे। अब यह रियल जिंदगी में भी होने वाला हे। जिसकी हम कल्पना अभी से कर सकते हे। अगर आज हम पानी को बचाना चालू नहीं करते तो बोहत ही जल्द हम पानी के लिये लड़ते नजर आने वाले हे।
आज में अपने गांव की नदी में आया हु। जहा आपको बोहत से लोग नदी में खेती करते हे। क्यों के नदी में अब पानी और रेती बोहत ही कम हे। और आप जमीन को भी देख सकते हे। क्यों के रेती माफिया ने यहाँ से रेती को बेच दिया हे। इस लिये आप देख सकते हे। यहाँ अब खेती करि जाती हे। मुझे लगता हे कुछ टाइम में नदी का नामों निसान मिट जाने वाला हे।