आज में अपने गांव के प्राकृतिक तालाब पर आया हु
हेल्लो दोस्तों आप कैसे हो उम्मीद करता हु आप और आपका परिवार अच्छा होगा। और आप अपने परिवार के साथ जिंदगी खुशहाल जी रहे हो गे। आज में भी बोहत ही खुस हु क्यों के आज में जिस जगह जाना था वहा पोहच गया हु। क्यों के मेरे लिये यह जगह बोहत ही महत्व रखती हे। क्यों के गांव में तालाब के पानी से ही खेती करि जाती हे। आज में जब तालाब पर पोहचा तो मेने देखा के पानी बोहत ही कम हो गया हे। पानी का लेवल बोहत ही कम हे ,क्यों के गर्मी बोहत ही ज्यादा हे। इस लिये पानी सुख रहा हे। क्यों के जिस तरह से हमें भी पानी की जरूरत पड़ती हे इसी तरह से जमीन को भी पानी की जरूरत हे। और अब सभी खेत भी ऐसे ही पड़े हुवे हे। और हर कोई बारिस का इंतजार कर रहा हे। पता नहीं अब बारिश कब आयेगी।
आज में अपने गांव के तालाब पर आया हु ताकि में अपने तालाब को देख सकू। क्यों के यह हमारी जीवा दौरि हे। इस के पानी से ही खेती होती हे। और यह हमारे लिये ऐक स्विमिंग पुल भी हे। जहा गर्मी में बोहत सारे किसान नाहने के लिये आते हे। मगर गर्मी इतनी ज्यादा हो गई हे के पानी अब सूखने लगा हे। और आज में इस जगह पर कूड़ा साफ करने आया हु