छारंडी/धुलन्डी, रामा श्यामा
सुप्रभात दोस्तों
कैसी रही कल होली,
खुब मजे लिये होंगे रंग खेलने के और मस्ती करने के।
आज होली का दुसरा दिन हैं। आज के दिन होली का स्नेह मिलन होता हैं, जिसमें पूरा परिवार एक साथ बैठ कर एक दुसरे को उचित सम्मान,जैसे बड़ो को प्रणाम, छोटो को स्नेह, आदि के साथ सभी एक साथ बैठ कर भोजन करते हैं। आज हर वो व्यक्ति घर पहुंचने का प्रयास करता हैं, जो किसी भी काम से या नौकरी के लिये घर से बाहर रहता हो। आज के दिन हर व्यक्ति अपनो के बीच रहने की कोशिश करता है। सिवा हमारे देश के रक्षको के। हमारे देश की रखवाली करने वाले हमारे सैनिक भाई आज के दिन भी घर नही पहुच पाते, तो आज हम पूरा देश मानसिक रूप से उनके पास चले जाते हैं। आप अपने परिवार के साथ भले ही नही हैं भाईयों, हम सभी आपके परिवार को किसी प्रकार की तकलिफ नही होने देंगे।
हम सभी उनके साथ खडे हैं।
मेरे यहाँ पर होली की राम राम करने का रिवाज हैं। आज हम सभी होली की राम राम करने अपने सभी रिश्तेदारो के यहाँ जाने का प्रयास करते हैं। मुझे आज के दिन अपने सभी बड़ो का आशीर्वाद लेना बहुत अच्छा लगता हैं। उन्ही के आशीर्वाद और दुआओं से हम सही राह पर चल पा रहे हैं। मानवता के प्रति सकारत्मक विचारधारा उन्ही की देन हैं।
आप सभी को भी राम राम,
HAPPILY HOLEE
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