Beautiful thoughts
बहस और तर्क में एक छोटा सा फर्क है बहस तोड़ देगा तर्क जोड़ कर रखेगा बहस को सही मायने में कुतर्क कह सकते हैं असहज को तर्क से सहज किया जा सकता है किन्तु बहस से नहीं बहस तो बस किसी के असहमत पर जाकर अटक जाएगी।
बहस और तर्क में एक छोटा सा फर्क है बहस तोड़ देगा तर्क जोड़ कर रखेगा बहस को सही मायने में कुतर्क कह सकते हैं असहज को तर्क से सहज किया जा सकता है किन्तु बहस से नहीं बहस तो बस किसी के असहमत पर जाकर अटक जाएगी।