Beautiful thought
आनंद के क्षण बहुत ही महंगे होते हैं लेकिन इसे खरीद वही पाया है जो बहुत ही गरीब था !!
जीवन बहुत तेजी से खर्च हो रहा है इस खर्च में कुछ बड़े खरचे भी शामिल हैं जैसे रिश्ते कुछ नाते कुछ अपने कुछ आत्मीय कुछ स्वजन और कुछ परिजन उम्र के साथ खर्च में हाथ से निकल गये समझ नहीं आता इस खर्च के खेल में खर्च हम भी हुए पर खुद को भी कभी इस खर्च के खेल का एहसास भी नहीं हुआ।