माता पिता की इच्छा का सम्मान करें क्योंकि आपकी जितनी सिर्फ उम्र है उतने वर्ष का उनका तजुर्बा होता है माता पिता कभी भी अपनी संतान के लिए गलत नहीं सोंच सकते माता पिता की इच्छा का सम्मान करेंगे समाज में सम्मानितों में गिने जाएंगे बर्ना अपमानित रहकर एकाकी जीवन ही बिताना पड़ेगा।
