Beautiful thought
असभ्य होने तुच्छ बातों पर उलझने का कोई मतलब नहीं बनता जीवन यात्रा बहुत छोटी है अगले पड़ाव पर सबको ही उतरना है कोई पहले कोई पीछे सबको उतरना ही पड़ेगा क्यों व्यर्थ की बातों में उलझकर अपना बहुमूल्य समय बर्बाद किया जाए।
असभ्य होने तुच्छ बातों पर उलझने का कोई मतलब नहीं बनता जीवन यात्रा बहुत छोटी है अगले पड़ाव पर सबको ही उतरना है कोई पहले कोई पीछे सबको उतरना ही पड़ेगा क्यों व्यर्थ की बातों में उलझकर अपना बहुमूल्य समय बर्बाद किया जाए।