Beautiful thought
बाप के लिए बेटी ससुराल से कुछ भेजे तो गिफ्ट के नाम पार बात रफा दफा और वही पति या ससुर के लिए खरीदना उत्पीड़न दहेज कैसे मान लिया जाए अविवाहित कन्या पर पिता का अधिकार माना जा सकता है किन्तु विवाहित स्त्री पर अधिकार जताना कहां तक उचित ठहराया जा सकता है। यह मां बाप बेटी का परिवार जमने से पहले उजाड़ने वाले ही माने जाएंगे। हमारे धर्म संस्कृति भी विवाहिता कन्या के घर में दखलंदाजी की अनुमति नहीं देते इस तरह के दखलंदाज बेटी को अदालत के मुहाने पर पहुंचाकर अपने लिए मुफ्त की आया उपलब्ध करा लेते हैं और उसका घर जमने से पहले उजाड़ने वाले हैं।