अवसाद भगाने के उपाय।
:- क्रोध शान्त करने में मददगार:-
शक्ति मुद्रा से नाड़िया ठीक से काम करती हैं और शरीर ऊर्जावान बनता है। शारीरिक और मानसिक शक्ति बढ़ती है ।यह मुंद्रा शारीरिक श्रम करने वालो,नकारात्मक विचार रखने वालों,तनावग्रस्त लोगो,अनिद्रा,स्लिप डिस्क और पीठ दर्द में खासतौर से उपयोगी है।
दोनों हाथों के अंगूठों को शेष उँगलियों के बीच दबाकर मुठ्टी बना ले।फिर ,बैठकर या लेटकर उसे नाभि के नीचे पेट पर हल्के से रखे।मुठ्ठियों की उंगलिया आमने सामने सीधी हो (नीचे की ओर नहीं)दोनो मुठ्ठियों के बीच लगभग दो इंच का अंतर रहे।
धीमी - धीमी लंबी गहरी सांस के साथ रोजाना आधा घंटा।यदि इसे वज्रासन में बैठकर किया जाए, तो चमत्कारिक लाभ प्राप्त होते है।
:- अवसाद भगाने में फायदेमंद:-
इंन कई रोगों के लिए नाभि का अपने स्थान पर न रहना जिम्मेदार होता हैं।(कुर्मासन) इसे ठीक रखता है और आंतरिकअव्ययों को संक्रिय रखता है।इससे ताजगी का अनुभव होता है और अवसाद से निजाज मिलती है।
जब आप दोनों घुटनों को मोड़कर अर्थात वज्रासन में इस प्रकार बैठे कि पंजे सटे रहे और एड़िया खुली रहे।
इस अवस्था मे नितंबों का भार एड़ियो पर डाल दें।अब हाथ के अंगूठे को शेष उंगलियो से दबाकर दोनो हाथो से मुट्ठियां बनाएं और दोनों मुट्ठियां नाभि के पास रखे।
सांस छोड़ते हुए शिर को धीरे-धीरे आगे की ओर इतना झुकाएं की छाती हाथ को इस्पर्स करने लगे।कुछ देर इसी स्थिति में रहने के बाद , सांस भरते हुए समान्य स्थिति में लौटे।तीन बार करें।कंधे, कोहनी या कूल्हों की समस्या हो तो न करें।