kidnapper's mission fail
फरीदाबाद मैं स्कूल में पढ़ने वाले दो बच्चों का अपहरण की घटना सामने आई है और इस घटना को अंजाम देने वाले तो दे चुके मगर वह कहते हैं ना जिसे खुदा रखे उसे कौन चखे ऐसा ही मामला हुआ है फरीदाबाद के एक स्कूल में दो होनहार बच्चे 13 वर्षीय कृष और 11 वर्षीय अमन इन दोनों को कुछ अनजाने लोगों ने प्रसाद खाने के लिए दिया और प्रसाद खाने के लिए कहां जैसे उन लोगों ने प्रसाद खा लिया कुछ ही देर के बाद वह बेहोश हो गए और जब इन दो लड़कों को होश आया तो तो उनको पता चल गया ।
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क्या हमारा अपहरण किया गया है उनकी आंख खुली तो वह एक गाड़ी में मौजूद थे और गाड़ी तेजी से अपनी मंजिल की तरफ जा रही थी मगर इन दो बच्चों में काफी हिम्मत थी हौसला था कि कैसे इस मुसीबत से जान छुड़ाई जाए तो उनके लिए भी किस्मत ने करवट ली और उन्हें एक अच्छा मौका मिल गया रास्ते में काफी ट्राफिक जाम होने की वजह से वह गाड़ी जिसमें उन्हें को अपहरण किया गया था किडनैप।
करके ले जा रहे थे ट्राफिक जाम की वजह से उनकी गाड़ी काफी धीमी हो गई और यही मौका देखकर इन दो लड़कों ने हिम्मत दिखाकर गाड़ी की खिड़की से कूद कर भाग निकले और फिर यह भागते हुए रेलवे स्टेशन की ओर दौड़ पड़े आखिरकार उन्हें समय पर गाड़ी मिलने की कोई उम्मीद ना रही तो फिर उन्होंने वहां पर तैनात सीआरपीएफ के जवान से मुलाकात की और उन्हें यह सारा वाकया बताया तो।
फौरन ही हमारे जवानों ने इनके मां बाप से कांटेक्ट करने की कोशिश की और फोन पर बात करके उनके मां-बाप को इस घटना की खबर दी और नजदीकी पुलिस स्टेशन पर भी उन्होंने खबर कर दी तो वहां के पुलिस अधिकारी भी वहां पर आ पहुंचे और उनके मां-बाप भी आ पहुंचे पुलिस स्टेशन पुलिस ने उन लड़कों से इस मामले के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि वह कोई लाल रंग की गाड़ी लेकर आए थे।
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और उन्होंने उनको प्रसाद खिलाकर बेहोश कर दिया था आखिरकार यह लोग कौन थे इसके बारे में तो कोई सटीक जानकारी नहीं मगर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया गया है और वारदात की जगह के सीसीटीवी फुटेज मंगवाए हैं और इसी के आधार पर आगे कार्रवाई हो सकती है मगर शुक्र है कि इन दो बच्चों ने अपनी हिम्मत दिखाकर वहां से भागने में कामयाब हो गए और उनके मां-बाप को भी काफी इससे।
राहत मिली एक लम्हे के लिए तो उनके मां-बाप की सांसे रुक गई होंगी जाहिर सी बात है मगर अपने लाल को सामने देखकर सारे गम भुला दिए जाते हैं इस खबर से हमें एक सबक हासिल कर लेना चाहिए कि हमारे बच्चों को हम स्कूल में भेजते हैं तो हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनकी सुरक्षा के लिए भी कुछ इंतजाम करें क्योंकि जमाना बहुत बुरा है किसके साथ क्या हो जाएगा कुछ कह नहीं सकते इसलिए आप भी ।
अपने बच्चों की हिफाजत के लिए कुछ ना कुछ इंतजाम कीजिए और हमेशा अपने बच्चों पर नजर रखिए कि वह कहां आते जाते हैं ताकि भविष्य में कभी आपके बच्चों के साथ भी ऐसा ना हो और आप अपने बच्चों को भी सिखाइए कि अगर कभी उनके साथ ऐसा मामला हो जाए तो उससे निपटने के लिए भी वह तैयार रहें।
Haha ... Crime reporter
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